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नेटवर्क मार्केटिंग इंडस्ट्री में फॉलो-अप का महत्त्व!

The Importance Of Follow-Up In The Network Marketing Industry!

The Importance Of Follow-Up In The Network Marketing Industry!


नेटवर्क मार्केटिंग बिज़नेस में सही शुरुआत का अर्थ केवल किसी व्यक्ति का जोइनिंग करना ही नहीं हैं...! बिज़नेस प्रेजेंटेशन के बाद जोइनिंग करने से लेकर उस नए व्यक्ति बिज़नेस स्टार्ट करने तक के फॉलो अप को सही शुरुआत कह सकते हैं.

फॉलो-अप कैसे लें?

सक्सेसफुल बिज़नेस प्लान के बाद आपके सामने कई सारे नए टास्क होते हैं. जिसमें नए प्रॉस्पेक्ट्स द्वारा उपस्थित किये गए सवाल तथा क्वेरीज का समावेश हो सकता हैं. इन सभी सवालों के बारे में आप पूरी तरह से तैयार नहीं होते हैं. आपको इस बात का पता ही नहीं होता की वह क्या सवाल पूछ सकता हैं! तो हमारी मानसिकता पहले से यह होनी चाहिए की वह कुछ भी सवाल पूछे तो भी हम उसके जवाब दे सकें. हमारी ये धारणा होनी चाहिए की मुझे उस व्यक्ति को हमेशा मदद करनी हैं. 

दोस्तों इस बात को याद रखिये की प्रेजेंटेशन के समय हम 95 प्रतिशत ले रहे हैं ऐसा हमें लगता हैं. हमे लगता हैं कि, नए प्रॉस्पेक्ट्स के ज्यादातर सवालों के जवाब हमारे प्रेजेंटेशन के माध्यम दे चुके हैं. बस अब आपको फॉलो-अप के दौरान केवल 5% प्रयास करने होंगे यह आपकी धारणा हो सकती हैं. लेकिन वास्तिकता इससे विपरीत होती हैं. हमारा प्रेजेंटेशन केवल और केवल 5% काम हैं. 95% काम हमें फॉलो-अप लेने के लिए करना पड़ता हैं. किसी भी व्यक्ति का जॉइनिंग करने से लेकर उसे पूरी तरह से वर्किंग में लाने के लिए फॉलो-अप का असाधारण महत्त्व हैं. जितना सही तरह हम फॉलो-अप लेंगे वही हमारा भाग्य और भविष्य सुनिश्चित करता हैं. 

दुनिया का हर काम फॉलो-अप  से ही शुरू होता हैं. विशेषकर सेल्स की दुनिया में फॉलो-अप बहोत ही महत्वपूर्ण अंग माना  हैं. चाहे फिर आप कार खरीद रहे हो या इन्शुरन्स खरीद रहे हो हर जगह फॉलो-अप बहोत ही महत्वपूर्ण रोल निभाता हैं. नेटवर्क मार्केटिंग इंडस्ट्री भी तो सेल्स इंडस्ट्री का विशुद्ध स्वरुप हैं. फिर इसमें यदि कोई फॉलो-अप टूल का सही इस्तेमाल नहीं करता हैं तो उसे बड़ी सफलता कैसे हासिल हो सकती हैं?

हमारा प्रेजेंटेशन होने के बाद बिज़नेस प्लान की विशेषताएं बार बार दोहराना हैं. हमारा बिज़नेस कितना शानदार हैं यह बात जब तक नए प्रॉस्पेक्ट्स के दिमाग में पूरी तरह से उतरनी चाहिए. फॉलो अप का अर्थ ही यह हैं कि, आप नए प्रॉस्पेक्ट को हर संभव मदद करने के लिए तैयार हैं.

टीम के लीडर के नाते आपको यह लगता होगा कि, आपने बहोत शानदार प्रोडक्ट और बिज़नेस प्लान का प्रेजेंटेशन किया हैं. आप आगे बढ़ते जाओगे. मगर ऐसे नहीं करना हैं. केवल किसी नए व्यक्ति को ज्वाइन करने तक ही आपका रोल नहीं हैं. आगे बढ़कर नए प्रॉस्पेक्ट के बिज़नेस कि शुरुआत करना बहोत ही ज्यादा महत्वपूर्ण हैं. 

आपने भले ही कितना भी शानदार प्रेजेंटेशन दिया होगा लेकिन हर व्यक्ति निर्णय लेने के लिए कुछ न कुछ समय जरूर लेता हैं. अपना ही उदहारण देख लीजिये. आप किसी नयी कार को खरीद रहे हैं तो आप शोरूम में कितनी बार जाते हो. चार अलग अलग कंपनियों कि कार को देखते हो. माइलेज, स्पीक से लेकर बैठने के लिए ज्यादा स्पेस किस कार में अच्छा मिलेगा इन सभी बातों का ध्यान रखते हो.तो फिर नेटवर्क मार्केटिंग बिज़नेस जैसा बड़ा बिज़नेस ज्वाइन करते समय नए प्रॉस्पेक्ट्स कि भी अपनी कुछ तो सोच जरूर होगी. उसकी यही सोच को परिवर्तित करने के लिए फॉलो अप बहोत ही ज्यादा जरुरी हैं. 

प्लान प्रेसेंटाइओं के बाद हमें उन्हें यह नहीं पूछना हैं कि, आपको प्रेजेंटेशन कैसा लगा? क्यूंकि हमारा प्रेजेंटेशन उनके मनोरंजन का साधन नहीं हैं. बल्कि, आपको उन्हें यह पूछना हैं कि, आपको क्या अच्छा लगा? प्रोडक्ट या बिज़नेस प्लान? हमारा अगला सवाल होगा कि, हम फिर से कब मिल रहे हैं? कल या फिर परसो? 

बिज़नेस प्लान देते समय हमें उनको टटोलना हैं. नए प्रॉस्पेक्ट कि जरुरत क्या हैं, सपने क्या हैं? हमारे प्रेजेंटेशन का उन पर कितना प्रभाव पड़ा हैं ये हमें प्लान देते समय ही आंकना हैं. हमारे बिज़नेस के प्रति उनका जो रवैय्या हैं वह सकारात्मक हैं या नकारात्मक हैं? प्लान प्रेजेंटेशन के बाद में कुछ सकारात्मक सवाल हमें उनसे करना हैं. फिर ये बिज़नेस हम कबसे शुरू कर सकते हैं? इस तरह के सवाल आपको पूछना हैं. 

10% लोग हमें तुरंत ही इस बिज़नेस को करने के बारे में पॉजिटिव फीडबैक दे देते हैं. यह यूनिवर्सल रेश्यो हैं. लेकिन SamarthPro के प्लेटफार्म में यह रेश्यो काफी ज्यादा हैं. बावजूद इसके 10% लोग आपको ना भी कहेंगे.अब बचा हुआ 80 प्रतिशत वर्ग होता हैं जो 'हाँ' या 'ना' के बीच फसे होते हैं. फॉलो अप के माध्यम से आप उन्हें एक सही निर्णय लेने में मदद करनी हैं. नए प्रॉस्पेक्ट्स की रूचि,उनकी जरुरत के अनुसार हमारा अगला कदम होना चाहिए. उनको यह विश्वास दिलाना हैं कि, समर्थप्रो के साथ उनके सारे सपने साकार हो सकते हैं. 

नया प्रॉस्पेक्ट आपके फॉलो अप कि वजह से निर्णय ले लेगा. लेकिन उनका निर्णय सही हैं इस बात का विश्वास उन्हें तब ही होगा जब आप उनके बिज़नेस कि शुरुआत सही तरह से करने में उनकी मदद करें. यही फॉलो अप का प्रोसेस हैं.

नया प्रॉस्पेक्ट आपके फॉलो अप कि वजह से निर्णय ले लेगा. लेकिन उनका निर्णय सही हैं इस बात का विश्वास उन्हें तब ही होगा जब आप उनके बिज़नेस कि शुरुआत सही तरह से करने में उनकी मदद करें. यही फॉलो-अप का प्रोसेस हैं.

एक बेहतर स्टार्ट करते समय हमारी कंपनी द्वारा जितनी भी प्रमोशनल एक्टिविटीज जैसे की मीटिंग्स, सेमिनार्स, ज़ूम मीटिंग्स, सेलिब्रेशन प्रोग्राम, कंपनी प्रोफाइल और मैनेजमेंट, टॉप अप-लाइन्स, टॉप अर्नर्स के पेमेंट प्रूफ्स आदि के बारे में नए प्रॉस्पेक्ट को बताना हैं. इनसे जुड़े वीडियोस या फोटोज आप उन्हें दिखा सकते हैं. ये सभी जरुरी टूल्स के तरह काम करते हैं और इन्हें हमेशा आपकी मोबाइल में रखना हैं.

प्रोडक्ट के टेस्टीमोनिअल्स तथा हमारी सिस्टम्स से जुड़े वीडियोस की लिंक भी नए प्रॉस्पेक्ट्स के साथ शेयर करें. प्रोडक्ट्स टेस्टीमोनिअल्स से जुड़े वीडियोस में से कौनसा वीडियो उन्हें अच्छा लगा ऐसा अगर आप पूछोगे तो उन्हें प्रोडक्ट के टेस्टीमोनिअल्स देखने का मन होगा. जिससे उनका कॉन्फिडेंस बढ़ता जाएगा. प्रोडक्ट के ज्यादा से ज्यादा टेस्टीमोनिअल्स तथा जानकारी युक्त वीडियोस आप उन्हें शेयर करने से प्रोडक्ट के बारे में उनके मन में जिज्ञासा जागती रहेगी.

आपकी सभी प्रमोशनल एक्टिविटीज का उपयोग इस तरह से करोगे जिसकी वजह से नए प्रॉस्पेक्ट्स को ये लगे की यह काम करना मेरे लिए कितना जरुरी हैं. आपके बिज़नेस में उसका आगे का सफर अपनी और अपने परिवार की जरूरतों को पूरा करने के लिए होने वाला हैं.

यह हमेशा याद रखिये कि, कोई भी व्यक्ति आपके लिए इस इंडस्ट्री में काम नहीं करता हैं. हमें केवल लोगों को उनके सपनों के बारे में पता करवा देते हैं तो वह खुद अपने लिए काम करना प्रारम्भ करेगा. इसलिए यह अहसास उसके मन में जगाना ही सही फॉलो-अप हैं.

बिज़नेस कि सही शुरुआत होने के बाद आपको उनकी लिस्ट पर काम शुरू करना हैं. जिसकी वजह नए प्रॉस्पेक्ट्स को आपके प्रोडक्ट तथा बिज़नेस प्लान के प्रेजेंटेशन की तह तक जानकारी मिलती रहेगी. उनकी लिस्ट में से यदि कोई ज्वाइन होने के लिए तैयार हैं तो नए प्रॉस्पेक्ट का भी कॉन्फिडेंस बढ़ेगा. इसका एक और फायदा हैं. ऐसा करने से ज्वाइन होने की होड़ लगेगी.

आपको फील्ड में ऐसे भी लोग मिलेंगे जो काफी कवायदों को बाद भी आपके साथ ज्वाइन होने से मना कर सकते हैं. ऐसे लोगों को गलत शब्दों का इस्तेमाल करके हमें उन्हें दुखी नहीं करना हैं. चाहे कुछ भी हो जाए आपको आपकी छबि को धुंधला नहीं होने देना हैं. भले ही उस व्यक्ति को हमारा बिज़नेस पसंद भी ना हो तो भी उसे यह लगना चाहिए आपका व्यक्तिमत्व बहोत ही शानदार हैं. जिसकी वजह से उसका जब भी मन होगा तब वह आपके साथ बिज़नेस में आएगा ही आएगा.

किसी भी नए प्रॉस्पेक्ट की सही शुरुआत हम करते हैं तो उनके पूरे परिवार के सदस्यों को इसमें शामिल करने की कोशिश करें. हमारे बिज़नेस में परिवार का शामिल होना एक अच्छा संकेत हैं. ध्यान रखें की एक अच्छा टीम लीडर बनने के लिए हमारा लोकव्यवहार काफी बेहतर होना जरुरी हैं. 

Follow-up is the process of completing an activity, so when it comes to business, especially when you need to acquire new customers, follow-up means turning a prospect into a customer. What does this mean for the prospect? This means that if you don't follow up, you can't help solve their problem.

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